बिहार चुनाव के आखिरी चरण में मधुबनी में भी चुनाव होना है लेकिन यहां के मल्लाहों में चुनाव को लेकर कोई उत्साह नहीं। उनमें इस बात का गुस्सा है कि मखाना की खेती पर सरकार का ध्यान नहीं। तालाब से लेकर घर तक चौबीसों घंटे कड़ी मेहनत के बाद भी उन्हें बमुश्किल दो जून की रोटी नसीब हो पाती है। मखाना पैदा करने वाले मल्लाहों पर उमाशंकर सिंह की ख़ास रिपोर्ट।