उत्तर प्रदेश का महागठबंधन आज टूट गया. बहुजन समाज पारटी की प्रमुख मायावती ने आज मीडिया में सामने आ कर कह दिया कि अखिलेश-डिंपल यादव का वो आदर सम्मान करती हैं, जो रिश्ते बने वो राजनीतिक स्वार्थ पर नही थे. सुख दुख में बने रहेगें. लेकिन राजनीति विवशताओं को नजर अंदाज नही किया जा सकता. उन्होने उपचुनाव में अकेले लड़ने का एलान किया है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा है कि ये परमानेंट ब्रेक नहीं है. मायावती ने कहा कि सपा अपनी मजबूत सीटे हार गई.डिम्पल कन्नौज से, धर्मेन्द बदायूं से और फिरोजाबाद से राम गोपाल के बेटे. इसने उन्हे सोचने पर मजबूर कर दिया है. ये भी की अगर अखिलेश समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओ में मिशनरी सोच लाने में कामयाब रहे तो दोबारा दोनों पार्टियां साथ आएंगी, वरना बीएसपी अकले चलना ही पसंद करेगी.