प्रयागराज के कॉल्विन हॉस्पिटल में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी जाती है. मीडिया कर्मी बनकर आए तीन हत्यारे इस घटना को अंजाम देते हैं. पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच हुई यह दुस्साहसिक वारदात पूरे घटनाक्रम पर सवालिया निशान लगाती है. इसके बाद पुलिस इस हत्याकांड की एफआईआर दर्ज करती है. एफआईआर में बताई गई पुलिस की कहानी और असल वारदात में कुछ अंतर दिखता है. मीडिया कर्मियों के कैमरे में कैद मंजर इसकी तस्दीक भी कर रहे हैं. पुलिस की कहानी और असल घटना के इसी अंतर को बता रहे हैं हिमांशु शर्मा...