अगर आपके परिवार का कोई युवा नौकरी के लिए विदेश जाए और आपको पता लगे की उसे धोखे से सेना में शामिल कर लिया गया है. उसे युद्ध के मैदान में उतारा गया है, तो आपको कैसा लगेगा. ऐसा ही कुछ हुआ है हमारे देश के युवकों के साथ. जो रूस और यूक्रेन के युद्ध में बुरी तरह से फंस गए हैं.