मई 2023 में जब झड़पें शुरू हुईं थी उससे पहले कई लोग व्यक्तिगत उपयोग के लिए ड्रोन उड़ा रहे थे. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वीडियो अपलोड करना उनका मकसद था, लेकिन जातीय हिंसा शुरू होने के बाद उनका उपयोग बदल गया है.संकटग्रस्त मणिपुर में पहली बार बम गिराने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल देखा गया है, जो मैतेई समुदाय और कुकी जनजातियों के बीच जातीय हिंसा से प्रभावित राज्य में एक बड़ी वृद्धि का संकेत है. इससे पहले ड्रोन का इस्तेमाल सिर्फ नज़र रखने के लिए किया जाता था.
मणिपुर पुलिस ने रविवार को कहा कि संदिग्ध कुकी विद्रोहियों ने हाई-टेक ड्रोन का उपयोग करके आरपीजी (रॉकेट-चालित ग्रेनेड) से गोलीबारी की. उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों और नागरिकों पर बम गिराने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल "गंभीर तनाव वृद्धि" को दर्शाता है. ऐसे हालातों में में सवाल ये है कि विद्रोहियों के पास ड्रोन आया कहां से और साथ ही अटैक के बाद सुरक्षा पर भी खतरा मंडराने लगा है.