दूर-दराज के इलाकों तक हेल्थ और सरकारी योजनाओं को ले जाने का कोई काम करता है, तो आशा वर्कर काम करती हैं. वैसे, महाराष्ट्र में तकरीबन 70 हजार आशा वर्कर हैं, और कोविड के समय इनका काम इतना सराहनीय रहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी इनके कामों की सराहना की है. लेकिन आज ये हड़ताल करने के लिए मजबूर हैं. क्योंकि इन्हें मानधन नहीं मिल रहा है, और जो मानधन मिल रहा है, वो काफी कम है.