डॉ. हेमा दिवाकर, तकनीकी सलाहकार, मातृ स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, चिकित्सा निदेशक दिवाकर स्पेशियलिटी अस्पताल और पूर्व अध्यक्ष, फेडरेशन ऑफ ऑब्सटेट्रिक एंड गायनेकोलॉजिकल सोसाइटीज़ ऑफ़ इंडिया (FOGSI) ने आशा कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि आशा कार्यकर्ताएं गर्भावस्था के दौरान माताओं के स्वास्थ्य को सुनिश्चित करती हैं, ताकि वे स्वस्थ बच्चे पैदा कर सकें और तभी राष्ट्र स्वस्थ हो सकता है. डॉ दिवाकर ने आशा कार्यकर्ताओं के नेटवर्क का विस्तार करने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला. दरअसल एक वर्ष में 30 मिलियन प्रसव होते हैं और वर्तमान में केवल एक मिलियन आशा कार्यकर्ता हैं.