रवि भटनागर, निदेशक विदेश और भागीदारी SOA, रेकिट ने आशा जैसे प्राथमिक स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका का हवाला देते हुए साझा किया कि रेकिट की पहली 1000 दिनों की पहल "प्रत्येक बच्चे तक पहुंचना", प्राथमिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के योगदान के कारण पूरी हुई. इसके जरिए ही महाराष्ट्र के दो चिन्हित जिलों अमरावती और नंदुरबार में कुपोषण के कारण शून्य बाल मृत्यु के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सक्षम थे. ये उन क्षेत्रों में पहुंचे जहां दूरसंचार भी नहीं पहुँचा था.