एनडीटीवी के साइंस एडिटर पल्लव बागला ने बताया कि श्रीहरिकोटा से सुबह 10 बजे नया रॉकेट लॉन्च किया गया. यह रॉकेट अंतरिक्ष में लगभग 17 किलोमीटर तक गया. दो घंटे की देरी और टीवी-डी1 इंजन के शुरुआत में तय प्रक्रिया के तहत चालू नहीं हो पाने के बाद पैदा हुई घबराहट के बीच इसरो के वैज्ञानिकों ने रॉकेट का सटीक प्रक्षेपण किया.