कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा तकरीबन 78 साल के होने के बावजूद अपने पद पर बने हुए हैं क्योंकि लिंगायत समाज उनके साथ खड़ा है. उन्हें हटाने की कोशिश उनके विरोधी लगातार करते रहते हैं. ऐसे में अब येदियुरप्पा ने एक नई चाल चली है. अपने गढ़ को मजबूत करने की, एक लिंगायत और दूसरा मराठी डेवलपमेंट बोर्ड बनाकर. कर्नाटक की महाराष्ट्र की सीमा वाले इलाकों को महाराष्ट्र से मिलाने की मांग और इससे होने वाले संघर्ष को रोकने में जहां ये दोनों बोर्ड मददगार होंगे, वहीं उत्तर कर्नाटक का ये इलाका शांत होगा जो कि लिंगायतों का गढ़ माना जाता है.