ChildFund India की सीईओ व कंट्री डायरेक्टर नीलम माखीजानी भी #HelpingHands टेलीथॉन से जुड़ीं. उन्होंने कहा कि कोरोना की पहली लहर में जहां लोगों की मदद करने पर ध्यान केंद्रित रहा वहीं दूसरी लहर में जिंदगियां बचाने पर रहा. हमने प्रोजेक्ट HOPE के साथ जो किया है, वह चिकित्सा उपकरणों के मामले में 100 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की मदद करना है. ग्रामीण भारत में, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) पहली सहायता प्रणाली है. यह सब पीएचसी पर निर्भर करता है लेकिन चिकित्सा सामग्री की आपूर्ति का एक बड़ा अंतर है. प्रोजेक्ट होप ने हमारा साथ दिया और दो महीने से भी कम समय में हमने 100 पीएचसी में हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर डाला है और लगभग एक करोड़ लोगों की जान बचाई है.