चाइल्डफंड इंडिया की सीईओ और कंट्री डायरेक्टर नीलम मखीजानी ने कहा कि जहां पहली लहर लोगों का समर्थन करने के बारे में थी, वहीं दूसरी लहर के दौरान जीवन बचाने पर ध्यान केंद्रित किया गया. उन्होंने बताया कि तीन हजार गांवों के 10 लाख लोगों का वैक्सीनेशन करने का लक्ष्य है. सुरक्षित मेरा गांव अभियान चलाया जा रहा है. हम वहां के 70 प्रतिशत लोगों का टीकाकरण करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हमने प्रोजेक्ट HOPE के साथ जो किया है, वह चिकित्सा उपकरणों के साथ 100 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की मदद करने के लिए है. ग्रामीण भारत में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) पहली सहायता प्रणाली है. यह सब पीएचसी पर निर्भर करता है लेकिन चिकित्सा आपूर्ति का एक बड़ा अंतर है. प्रोजेक्ट होप ने हमारा साथ दिया और दो महीने से भी कम समय में हमने 100 पीएचसी में हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया है. लगभग एक करोड़ लोगों की जान बचाई है.