13062021_i_DrMadhuHandaोदिल्ली के मूलचंद अस्पताल की मेडिकल डायरेक्टर डॉ मधु हांडा ने HelpHands telethon में कहा कि हम सभी जिस दौर से गुजरे हैं वह अभूतपूर्व है. यह अप्रत्याशित था और किसी ने नहीं सोचा था कि हमें ऐसा अनुभव करना पड़ेगा. लहर एक सुनामी के रूप में आई और इसने सभी को अप्रत्याशित रूप से प्रभावित किया. इतनी बड़ी लहर के लिए कोई भी तैयार नहीं था, वहीं पर समस्या थी. पहली और दूसरी लहर में बहुत अंतर था. पहली लहर में ज्यादा मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत नहीं थी. दूसरी लहर में 80 फीसदी मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत थी. हमारे पास शुरुआत में 7-8 वेंटिलेटर थे लेकिन मई के अंत तक हमारे पास 25 वेंटिलेटर थे. उपकरणों को बढ़ाना जरूरी है. फॉर्म 16 आईसीयू बेड, अब हमारे पास 32 आईसीयू बेड हैं. हमारे क्रिटिकल केयर बेड पिछली लहर की तुलना में अधिक होने चाहिए.