दिल्ली में विधानसभा चुनावों के प्रचार-प्रसार में सभी सियासी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. इसी के साथ विवादों का साया भी इस पर मंडराने लगा है. कपिल मिश्रा ने दिल्ली के शाहीन बाग के प्रदर्शन पर आपत्तिजनक टिप्पणी की तो वहीं चुनाव आयोग ने उस ट्वीट को हटाने के निर्देश दे दिए. इसके अलावा अमित शाह ने भी एक रैली के दौरान पाकिस्तान का जिक्र कर दिया. ऐसे में सवाल उठने लगा कि क्या दिल्ली के चुनावों को भी सांप्रदायिक रंग देने को कोशिश की जा रही है. क्या धर्म के आधार पर वोट बांटने की साजिश रची जा रही है, देखिए क्या कहना है इस पर सियासी दलों का.