क्या जम्मू कश्मीर में सुरक्षा के प्रतिबंध इतने सख़्त हैं कि इंसाफ़ के लिए हाई कोर्ट तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है. आज सुप्रीम कोर्ट में राष्ट्रीय बाल आयोग की पहली अध्यक्ष रहीं शांता सिन्हा और बाल अधिकार कार्यकर्ता एनाक्षी गांगुली की याचिका पर सुनवाई हो रही थी. इस याचिका में इंडियन एक्सप्रेस, टेलिग्राफ, कैरवान, वाशिंगटन पोस्ट में छपी रिपोर्ट का हवाला दिया गया है. याचिका में इस तरह के कई उदाहरण दिए गए थे, जिसे सुनते हुए चीफ जस्टिस ने कहा कि याचिकाकर्ता जम्मू कश्मीर हाई कोर्ट क्यों नहीं जाते हैं, तो जवाब में बताया गया कि सुरक्षा प्रतिबंधों के कारण हाई कोर्ट तक पहुंचना मुश्किल है. इस पर चीफ जस्टिस नाराज़ गए और कहा कि यह गंभीर मामला है.