कहते हैं सत्ता का नशा किसी भी दूसरे नशे से ज़्यादा बड़ा होता है, कई लोग इस नशे को संभाल नहीं पाते. ऐसे कई मामले आए दिन सामने आते हैं जब सत्ता के मद में चूर कोई नेता या अफ़सर आम जनता को कुछ समझता ही नहीं. कई ऐसे होते हैं जो सत्ता हाथ में आते ही उसका रौब दिखाने में देर नहीं करते. ऐसा ही एक मामला सामने आया है महाराष्ट्र से. यहां प्रोबेशन पर तैनात एक आईएएस अफ़सर पूजा खेडकर (Pooja Khedkar) ने कथित तौर पर सत्ता का दुरुपयोग किया. आरोपों के मुताबिक प्रोबेशन पर रहते हुए ही उन्होंने पुणे जिला कलेक्टर से अलग कार्यालय और स्टाफ़ की मांग की, वीआईपी नंबर प्लेट वाली ऑफ़िशियल कार और एक घर की मांग की. जब ये मांग उन्होंने की, तब तक तो उन्होंने पुणे में सहायक कलेक्टर के रूप में कार्यभार भी नहीं संभाला था और नियमों के मुताबिक वो इसकी हक़दार भी नहीं थीं. पुणे के कलेक्टर ने जब राज्य के चीफ़ सेक्रेटरी से उनकी शिकायत की तो राज्य सरकार ने उनका ट्रांसफ़र पुणे से वाशिम कर दिया. इसके बाद अब ये आरोप भी लग रहे हैं कि सिविल सेवा परीक्षा में रियायत पाने के लिये रेखा खेड़कर ने अपने बारे में ग़लत जानकारियां दीं.और तो और दाखिले के लिये ज़रुरी जो मेडिकल टेस्ट कराने होते हैं. वो तक पूरे नहीं कराये.