रेलवे में नौकरियों को लेकर पूरे देश में हंगामा मचा हुआ है. सरकार कह रही है कि लाखों पदों पर भर्ती होगी, लेकिन हकीकत में रेलवे ने पिछले पांच सालों में कई पद सरेंडर कर दिए हैं. 2014 में सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करोड़ों लोगों को रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े नियोक्ता यानी रेलवे ने ही हर साल कई पद खत्म कर दिए हैं.