भारत की ऐटमी क्षमता पहले से काफी बढ़ी है और वो कभी भी ऐटमी परीक्षण के लिए तैयार है. ये बात एनडीटीवी से बात करते हुए डीआरडीओ के प्रमुख एस क्रिस्टोफर ने कही. हालांकि उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने अपनी ओर से ऐटमी परीक्षण न करने का फैसला किया हुआ है, लेकिन अगर ऐसी नौबत आई तो देश इसके लिए तैयार है. 20 साल पहले मई 1998 में ही भारत ने पोकरण में पांच ऐटमी परीक्षण कर दुनिया को चौंका दिया था. डीआरडीओ प्रमुख का कहना है कि भारत तकनीकी तौर पर पहले से कहीं ज्यादा समर्थ है.