नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रीय स्वयं सेवक की तीन दिवसीय व्याख्यान श्रृंखला जारी है. कार्यक्रम का शीर्षक है. भविष्य का भारत-आरएसएस का दृष्टिकोण है. आज सरसंघचालक मोहन भागवत ने कार्यक्रम में आए लोगों को संबोधित किया और अलग-अलग मसलों पर संघ की राय रखी. उन्होंने कहा कि आरएसएस का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है और हमारा सियासी दख़लअंदाज़ी में कोई विश्वास नहीं है. नागपुर से किसी को कोई फ़ोन नहीं जाता. लेकिन राष्ट्रनीति से जुड़े मसलों पर हम ज़रूर पूरी मज़बूती से अपनी बात रखते हैं. भागवत ने स्पष्ट किया कि अगर ये कहें कि इस देश में मुसलमान नहीं रहेंगे, तो ये हिंदुत्व नहीं होगा...