उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार अपने चरम पर है और अखिलेश यादव के लिए सबसे बड़ी चुनौती सपा का गढ़ इटावा और आसपास के जिलों को बचाने की होगी, क्योंकि कई जगह सपा से बागी उम्मीदवार मैदान में हैं और बीजेपी की पूरी कोशिश सपा के किले को ढहाने की है.