Iran Israel War: कभी हँसता-खिलखिलाता गाज़ा शहर, जो गाज़ा पट्टी का सबसे बड़ा और 8 लाख से अधिक आबादी वाला केंद्र था, अब इजरायली फौजों की कार्रवाई और लगातार हवाई हमलों से खंडहर में तब्दील हो रहा है। इजरायल की मंशा हमास को मिटाने के लिए इस शहर को पूरी तरह खाली कराना है, लेकिन इसके साथ ही 5,000 साल से भी ज़्यादा पुरानी एक समृद्ध संस्कृति, उसके बाज़ार, स्कूल, अस्पताल, और जीवंत समुदाय का वजूद भी मिट रहा है। जहाँ कभी लोग ईद की नमाज़ पढ़ते थे, शादियाँ मनाते थे, और समंदर किनारे पिकनिक का आनंद लेते थे, वहाँ अब सिर्फ़ सन्नाटा और बदहाली है। गाज़ा के मोहल्ले, उसकी प्रसिद्ध कशीदाकारी, और ऊँची साक्षरता दर अब इतिहास बनने की कगार पर हैं। यह सिर्फ़ एक सैन्य अभियान नहीं, बल्कि एक गहरी मानवीय त्रासदी है जहाँ लाखों लोगों का भविष्य अंधकारमय दिख रहा है।