आसमान से आफ़त बरस रही है. महाराष्ट्र से केरल तक बेहाल हैं. आधा देश बाढ़ के पानी में डूबा है. पश्चिमी महाराष्ट्र में आए बाढ़ से हालात खराब है. लोग तीन चार दिन से फंसे हुए हैं, खेती बर्बाद हो गई है और पानी का स्तर अब भी खतरे से ऊपर है. ऐसे में लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कोल्हापुर के कई इलाकों में 30 फुट से भी ज्यादा पानी आ चुका है. पेड़ पूरी तरह से डूब चुके हैं तो वहीं कई जगहों पर पानी से बचने के लिए जानवरों को छत पर भी देखा गया. पश्चिमी महाराष्ट्र में पंचगंगा, कृष्णा और कोयना नदी का पानी सड़कों पर आ गया. अब तक महाराष्ट्र में बाढ़ से 25 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और ढाई लाख लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया गया है. कोल्हापुर और सांगली में 329 गांव पानी में डूबे हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों में 270 राहत कैम्प शुरू किये गए हैं. एनडीआरएफ, नेवी, कोस्ट गार्ड, सेना, और एसडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं.