अगर प्याज के दाम चढ़ जाते हैं तो सरकार के आंसू निकलने लगते हैं, हर तरफ हंगामा मच जाता है. लेकिन प्याज की कीमतें गिरती हैं तो किसानों की जान निकल जाती है और तब आंसू सिर्फ उनके परिवारों के बहते हैं. किसी पर कोई फर्क नहीं पड़ता कि कर्ज में दबा किसान जब कड़ी मेहनत से प्याज उगाता है और जब बाजार में उसकी लागत तक नहीं निकलती तो वो क्या करता है. नासिक की सड़कों गांव और खेतों से चलकर यहां तक आई एक रिपोर्ट.