लद्दाख की ज़ांस्कर घाटी पर मंडरा रहा संकट कई बड़े सवाल खड़े करता है? क्या हमारा आपदा प्रबंधन तंत्र पूरी तरह ठीक हो चुका है? पिछले कुछ सालों में आईं त्रासदियां इस तंत्र पर सवाल खड़े करती हैं। जून, 2013 की केदारनाथ त्रासदी भी इसका एक उदाहरण है, जब दो-तीन दिन तक तो केंद्र और राज्य सरकार को आपदा की गंभीरता का एहसास ही नहीं हुआ। लेकिन आज हम आपको बताते हैं कि सवा सौ साल पहले उत्तराखंड में ऐसी ही एक बड़ी आपदा से समय रहते कैसे निपटा गया...