India Pakistan Ceasefire: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच फोन पर बात हुई है। ट्रंप के आग्रह पर ये बातचीत हुई। फोन कॉल पर हुई बातचीत पीएम मोदी ने ट्रंप को बताया कि भारत ने कभी भी मध्यस्थता स्वीकार नहीं की है और न ही भविष्य में करेगा। यही नहीं पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के यूएस आने का न्यौता भी अस्वीकार कर दिया। उन्होंने यूएस राष्ट्रपति को भारत में QUAD शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया। दोनों नेताओं ने आतंकवाद, ऑपरेशन सिंदूर, मध्य पूर्व में चल रहे संघर्ष और रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की....विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप की मुलाकात G7 समिट से इतर होनी तय थी। राष्ट्रपति ट्रंप को जल्दी वापस अमेरिका लौटना पड़ा, जिसके कारण यह मुलाकात नहीं हो पाई। इसके बाद राष्ट्रपति ट्रंप के आग्रह पर, दोनों लीडर्स की फोन पर बात हुई। बातचीत लगभग 35 मिनट चली....22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने फोन पर प्रधानमंत्री मोदी को शोक संवेदना प्रकट की थी और आतंक के खिलाफ समर्थन व्यक्त किया था। उसके बाद दोनों लीडर्स की यह पहली बातचीत थी। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप से ऑपरेशन सिंदूर के बारे में विस्तार से बात की। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप को स्पष्ट रूप से कहा कि इस पूरे घटनाक्रम के दौरान कभी भी, किसी भी स्तर पर, भारत-अमेरिका ट्रेड डील या अमेरिका की ओर से भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता जैसे विषयों पर बात नहीं हुई थी |