चुनावी विश्लेषकों का मानना है कि बीजेपी ने राष्ट्र के मुद्दे को गांव-गांव तक पहुंचाया. बीजेपी ने लोगों के मन में राष्ट्रवाद की सकारात्मक परिभाषा दी. जिसकी वजह से लोगों सीधे तौर पर खुद को बीजेपी से जोड़कर देख पाए. विपक्ष की पार्टियां ऐसे करने में विफल रहीं. वो इन मुद्दों को नकारात्मक बताती रहीं लेकिन इसकी दूसरा पहलू समझने में नाकाम रहीं