कोरोना का कहर अभी भी खत्म नहीं हुआ. दूसरी लहर जारी है. अभी भी कोरोना की पहली लहर के मुकाबले आंकड़े ज्यादा हैं और मौत के आंकड़े भी बहुत ज्यादा हैं. अभी हमने जीत हासिल नहीं की है. ऐसे में अर्थव्यवस्था की बात करें तो अर्थव्यवस्था पहले भी धीमी थी और कोरोना के बाद और भी धीमी हो गई. इसी सब के बीच में एक सुझाव अलग-अलग लोगों ने जैसे उदय कोटक ने, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने सुझाव ये दिया है कि अर्थव्यवस्था को सुधारने का एक तरीका ये हो सकता है कि आप लोगों के हाथ तक पैसा पहुंचाए.