आर्थिक सर्वेक्षण 2018-19 को संसद में पेश कर दिया गया है. इसमें 2019-20 के लिए 7 फीसदी विकास दर का अनुमान लगाया गया है. मौजूदा वित्तीय वर्ष में वित्तीय घाटा 5.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है. 2019-20 में अर्थव्यवस्था के रफ्तार पकड़ने की उम्मीद है. भारत को 5 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य भी रखा गया है. साथ ही इसमें कहा गया है कि 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के लिए हर साल 8 प्रतिशत की ग्रोथ जरूरी है. 8 प्रतिशत ग्रोथ के लिए निवेश बढ़ाना जरूरी है. वित्त वर्ष 2020 में निवेश दर बढ़ने की उम्मीद जताई गई है. 2019-20 में तेल की क़ीमतों में गिरावट का अनुमान भी लगाया गया है. साथ ही यह भी कहा गया कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था मॉनसून पर निर्भर करेगी.