शहीदों के गांव घरों की तस्वीर सामने आने लगी है. ज्यादातर शहीदों की उम्र 20-21 साल की हैं. अब उनका पार्थिव शरीर राजकीय सम्मान के साथ उनके गृह राज्यों में पहुंच रहा है. लेकिन एक तस्वीर पर बात करना चाहूंगा. अमन कुमार सिंह का गांव समस्तीपुर जिले के मोइनुद्दीन प्रखंड में है. इस गांव के 40-50 प्रतिशत युवा सेना मे हैं. इस गांव में पहुंचने के लिए सड़क नहीं है. यह तस्वीर हालत बता रही है हमारी सरकारी योजनाओं की. वहीं दूसरी तरफ से राहुल गांधी के सवाल का विदेश मंत्री ने ट्वीट कर जवाब दिया है. साथ ही देश में कोरोना सकंट लगातार बढ़ता जा रहा है.