थाली बजाने से कोरोना तो दूर नहीं भागता लेकिन यह पिटा हुआ फार्मूला कहीं और काम आ सकता है. थाली बजाने से या फिर डीजे वालों को बुलाने से टिड्डियों के हमले की दिशा को मोड़ा जा सकता है. टिड्डी दल खत्म तो नहीं होते, बस एक जगह से दूसरी जगह की और भगा दिए जाते हैं. स्थिति बहुत ही चुनौतीपूर्ण है. कोरोना के साथ साथ टिड्डियों का यह हमला एक दोहरी चुनौती लेकर आया है.