कोरोना के दौरान हार्ट अटैक के केस 10 से 20 फीसदी बढ़े हैं, जिसकी बड़ी वजह है कि हृदय रोगी कोविड टेस्ट (Covid Heart attack Cases) से बचने के लिए अस्पताल जाने से बच रहे हैं. मुंबई के तमाम अस्पतालों में करीब 90 फीसदी दिल के मरीज अपने डॉक्टरों के संपर्क में नहीं हैं. ऐसे में जब दिल के रोगियों को गंभीर हालात में लिया जाता है तो उन्हें बचाना मुश्किल होता है. अगर हृदय रोगी को कोरोना है तो हालात और गंभीर हो जाते हैं.
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