कोरोना संक्रमण के चलते अस्थाई कोविड अस्पताल टेंट और बैक्वेट हॉल में बनाए जा रहे हैं लेकिन दिल्ली के कुतुबगढ़ गांव में चार साल पहले बनकर तैयार अस्पताल आजतक नहीं चल सका. जबकि कुतुबगढ़ गांव में कोरोना संक्रमण से दर्जनभर से ज्यादा मौतें हुई. बता दें कि करीब 15 करोड़ की लागत से बिल्डिंग बनाई गई. चार साल पहले इस डिस्पेंसरी का उद्घाटन भी हुआ. उद्घाटन के दो शिलापट्ट में पार्षद से लेकर इंजीनियर तक के नाम भी लिखे गए लेकिन डाक्टर और नर्सिंग स्टाफ आज तक नहीं पहुंचा.