Parliament Winter Session: संसद की कार्यवाही में लगातार हो रहे गतिरोध पर सद्गुरु जग्गी वासुदेव (Sadhguru Jaggi Vasudev) ने निराशा जतायी है. उन्होंने कहा कि भारतीय संसद में व्यवधान देखना निराशाजनक है, खासकर तब जब हम दुनिया के लिए लोकतंत्र का प्रतीक बनने की आकांक्षा रखते हैं. भारत के वेल्थ क्रिएटर्स और नौकरी प्रदाताओं को राजनीतिक बयानबाजी का विषय नहीं बनाना चाहिए.. यदि विसंगतियां हैं, तो उन्हें कानूनी दायरे में सुलझाया जा सकता है, लेकिन उन्हें राजनीतिक फुटबॉल नहीं बनाना चाहिए. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि भारतीय व्यवसायों को आगे बढ़ाना है. यही एकमात्र तरीका है जिससे भारत भव्य भारत बनेगा.