कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी से बुरी तरह ग्रसित महाराष्ट्र में एक बार फिर से जीवन रक्षक दवा रेमडेसिवीर (Remdesivir) की क़िल्लत रिपोर्ट हो रही है, मुंबई के अलावा ग्रामीण इलाक़ों से भी. इधर केंद्र सरकार द्वारा रेमडेसिवीर (Remdesivir) और प्लाज्मा थेरेपी (Plasma Therapy) के कम से कम इस्तेमाल के निर्देशों ने डॉक्टरों के लिए उलझन पैदा कर दी है. महाराष्ट्र की ताज़ा गाइडलाइन तो कोरोना से मध्यम (मॉडरेट) तौर से बीमारों को भी रेमडेसिवीर देने की बात कहती है. कोरोना से ग्रस्त गंभीर मरीज़ों के लिए रेमडेसिवीर इंजेक्शन ज़िंदगी की एक आस बनकर उभरा है, लेकिन महाराष्ट्र सरकार ने अपने इस ताज़ा गाइडलाइन में ‘मॉडरेट' यानी मध्यम रूप से बीमार कोरोना मरीज़ों के लिए भी इसे देने की हरी झंडी दे दी है. नतीजा, मुंबई ही नहीं महाराष्ट्र के कई ज़िलों से इस जीवन रक्षक इंजेक्शन की कमी की रिपोर्ट आ रही है.