न्यायपालिका और केंद्र सरकार के बीच टकराव एक बार फिर से बढ़ा है. संविधान दिवस पर चीफ़ जस्टिस टीएस ठाकुर ने फिर से सरकार को निशाने पर लिया और कहा कि जज नहीं हैं और कोर्ट में ताले लगे हैं. क़ानून मंत्री ने कहा कि इस साल 120 जजों की नियुक्तियां हुई हैं. वहीं अटॉर्नी जनरल ने कहा कि लक्ष्मण रेखा न्यायपालिका के लिए भी है. बात यहीं नहीं रुकी. अगले चीफ़ जस्टिस ने भी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि न्यायपालिका लोगों के लिए कवच है, ये हटा को अराजकता फैल जाएगी.