मुंबई के मुर्दाघर में लंबे समय से पड़े सैकड़ों शवों का भी अंतिम संस्कार किया जा रहा है. बिना भेदभाव के दो एनजीओ इस काम में मदद कर रहे हैं. मालवानी के श्मशान घाट और कब्रिस्तान में ऐसे शवों को अंतिम विदाई देने वाले लोग ये नहीं जानते कि यह शव किसका है, लेकिन सबकी यही दुआ है कि मृतक की आत्मा को शांति मिले. पत्रकार रह चुके इकबाल ममदानी और जस्ट स्माइल संगठन इसी मुहिम में जुटा हुआ है. वहीं नोएडा समेत देश भर में लोगों 18 से 45 साल के लोगों को वैक्सीनेशन में समस्या का सामना करना पड़ रहा है. स्लॉट बुक होने के बावजूद उन्होंने टीकाकरण केंद्रों से लौटना पड़ रहा है.