गज़ब का संयोग है। भारत और चीन मे रेल अंग्रेज लेकर आए। 1836 में भारत में और 1876 में शंघाई में। चीन में हमसे चालीस साल बाद रेल आई लेकिन वो हमसे कम से कम एक सदी आगे जा चुका है। 1600 साल पहले चीनी साधु जिस रास्ते भारत आता है उसी सिल्क रोड को चीन अब लिंक रेल में बदलना चाहता है।