बजट से पहले आर्थिक सर्वेक्षण 2018-19 को आज यानी गुरुवार को संसद में पेश कर दिया गया है. इसमें 2019-20 के लिए 7 फीसदी विकास दर का अनुमान लगाया गया है. मौजूदा वित्तीय वर्ष में वित्तीय घाटा 5.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है. 2019-20 में अर्थव्यवस्था के रफ्तार पकड़ने की उम्मीद है. भारत को 5 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य भी रखा गया है. साथ ही इसमें कहा गया है कि 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के लिए हर साल 8 प्रतिशत की ग्रोथ जरूरी है. इस ग्रोथ के लिए निवेश बढ़ाना भी जरूरी है. अब इस संबंध में मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी बात रखी है.