दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के प्रमुख डॉ रणदीप गुलेरिया ने शनिवार को एनडीटीवी को बताया कि कोविड-19 वैक्सीन की बूस्टर डोज अगले साल में किसी समय जरूरी हो सकती है. यह इस बात पर निर्भर करेगा कि पहली दो डोज अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु से कब तक बचा सकती है.