फसल की कटाई खत्म हो चुकी है, अनाज के भंडार भर चुके हैं और असम ‘भोगाली’ या ‘माघ बिहू’ मनाने के लिए पूरी तरह तैयार है. राज्य के बाकी हिस्सों के साथ-साथ मध्य असम के मोरीगांव जिले में पुरुष, बच्चे और महिलाएं सामुदायिक क्षेत्रों में शनिवार शाम से शुरू होने वाले तीन दिवसीय उत्सव की तैयारी में व्यस्त हैं.