संसद की सुरक्षा में चूक के मामले की जांच में यह बात सामने आई है कि आरोपी पहले भी संसद की रेकी कर चुके थे. मनोरंजन पहले भी संसद की दर्शक दीर्घा में जाकर बैठे थे. उन्होंने यह पाया था कि जूतों की जांच नहीं हो रही है. पता यही चला कि पिछले 9 महीनों से यह तैयारी चल रही थी.