डॉक्टर भुवना वासुदेवन से मिलिए, जिन्होंने कॉरपोरेट और केंद्रीय विद्यालय की अपनी कमाऊ नौकरी छोड़कर अपना ब्रिजेस लर्निंग विद्यालय खोला और शारीरिक-मानसिक रूप से विशेष जरूरत रखने वाले बच्चों की जिंदगी में बदलाव ला रही हैं. वो 1995 के बाद से पिछले तीन दशकों में विशेष जरूरतों वाले 6,000 से ज्यादा बच्चों की जिंदगी बदल चुकी हैं.