भोपाल के एम्स में बीते तीन साल से निदेशक नहीं है. इस वजह से छात्रों और मरीजों को खासी दिक्कत हो रही है. इस अस्पताल में हर दिन 1500 मरीज ओपीडी में आते हैं. छात्रों की मांग है कि केंद्र सरकार यहां बगैर देरी किए यहां के लिए स्थायी निदेशक की नियुक्ति करें. स्थायी निदेशक की मांग को लेकर भोपाल एम्स के तीन चार छात्र भोपाल से दिल्ली तक पैदल चलकर आ रहे हैं ताकि वह अपनी मांग को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात कर अपनी मांग रख सकें.