Deogarh Kanwar Yatra 2025: Sawan के महीने में बेड़ियों में जकड़ा ये मुजरिम कौन है? आखिर क्यों इसने खुद को जंजीरों से बांध रखा है? और ये कोई अपराधी नहीं तो फिर मुस्कुराते हुए कहां जा रहा है? ये कहानी है शंभू कुमार की, जो खुद को 'कैदी बम' कहते हैं. इन्हें न तो पुलिस ने पकड़ा है और न ही इन्होंने कोई जुर्म किया है. ये तो बाबा भोलेनाथ के मुजरिम हैं. बिहार के जहानाबाद के रहने वाले शंभू कुमार पिछले 20 सालों से बाबा धाम की यात्रा कर रहे हैं. लेकिन इस बार की यात्रा कुछ खास है. शंभू का कहना है कि उनके सपने में बाबा भोलेनाथ आए और उन्होंने कहा कि शंभू तुमने कोई गुनाह किया है, जिसका तुम्हें प्रायश्चित करना होगा.[4] बस फिर क्या था, बाबा का आदेश मानकर शंभू ने खुद को सिर से लेकर पैर तक जंजीरों में जकड़ लिया और निकल पड़े 109 किलोमीटर की कठिन पैदल यात्रा पर, बाबा नगरिया देवघर की ओर. देखिए भक्ति और आस्था की ये अनोखी कहानी, जहां एक भक्त अपने भगवान के लिए 'कैदी' बन गया है. शंभू की ये जंजीरें अब बाबा धाम पहुंचकर ही खुलेंगी. आपको भोलेनाथ के इस 'कैदी' भक्त की कहानी कैसी लगी? कमेंट्स में 'हर हर महादेव' जरूर लिखें.