सार्वजनिक उपक्रमों के विनिवेश और दूसरे कई मुद्दों को लेकर भारतीय मज़दूर संघ से जुड़े कर्मचारी 10 जून को धरना देकर विरोध जताएंगे. संवाददाता हिमांशु शेखर ने इसे लेकर भारतीय मज़दूर संघ के जोनल सेक्रेटरी पवन कुमार से बात की. उन्होंने बताया कि सार्वजनिक उद्दयोगों-उपक्रमों में काम करने वाले हमारे सदस्यों ने तय किया है कि 10 जून को एक दिन का धरना होगा. पहले ही सरकारी उपक्रमों को निगमीकरण किया जाएगा. फिर निजीकरण होगा, फिर इनका विदेशीकरण होगा. पूरा सिस्टम कर देने वालों के पैसों से खड़ा हुआ है. बेचने का अधिकार किसी के पास नहीं. यह सोने के अंडे देने वाली मुर्गी को मारने जैसा है. सार्वजनिक उपक्रमों को बेचने की नीति हमें स्वीकार नहीं. सरकार से बाचतीच के निमंत्रम का इतजार है.'