Farrukhabad News: एक इंसान मरने से पहले क्या लिखता है? कोई आखिरी ख्वाहिश? माफीनामा? या फिर- अपने कातिलों के नाम? फर्रुखाबाद के दिलीप राजपूत ने अपनी आखिरी सांस से पहले पुलिसवालों के नाम अपनी पैंट पर लिख दिए. शायद उसे पता था, उसकी आवाज़ अब कोई नहीं सुनेगा, सिवाय उसकी लाश के कपड़ों के. 14 जुलाई को दिलीप और उसकी पत्नी नीरज में विवाद हुआ. पत्नी ने पुलिस में शिकायत की तो दिलीप को बुलाया गया. आरोप है कि वहां 'समझौते' के लिए 50 हजार रुपये मांगे गए. पैसे न देने पर मारपीट की गई और 40 हजार में मामला रफा-दफा हुआ. घर लौटकर दिलीप ने अपनी पैंट पर अपने ससुराल वालों और दो सिपाहियों - यशवंत यादव और महेश - का नाम लिखकर उन्हें अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया. सुबह उसका शव फंदे से लटका मिला.इस घटना ने पूरे सिस्टम पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. एसपी के आदेश पर केस दर्ज कर दोनों सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है. क्या दिलीप को इंसाफ मिलेगा? देखिए हमारी खास रिपोर्ट.