पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान की घोषणा की है, जिसके तहत सरकार का कहना है कि हर गांव, हर घर में पांच सालों में 11 करोड़ टॉयलेट बनाए जाएंगे। यह अभियान यूपीए के निर्मल भारत अभियान की तर्ज पर ही है, जिसके तहत पिछले 10 सालों में लाखों टॉयलेट बनाए गए, लेकिन उनका इस्तेमाल काफी कम लोग कर रहे हैं। क्या स्वच्छ भारत अभियान में भी वही गलतियां दोहराई जाएंगी, जैसी यूपीए सरकार के दौरान हुईं...