नन्हे आर्या को गंभीर बीमारी थी. इलाज के बाउजुद वो बच नहीं पाया. लेकिन उस दौरान सरकारी अस्पतालों में गरीब मरीजों के परिवार वालों का दर्द देख आर्या की मां शीतल भाटकर अपना गम भूल गईं और पिछले 6 सालों से मुंबई में KEM सहित कई सरकारी अस्पतालों में भर्ती मरीजों के रिश्तेदारों को अपने बेटे की याद में मुफ्त भोजन खिला रही हैं.