भारतीय सेना के नए प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने आने वाले समय में सेना का विजन साझा किया. दिल्ली में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सेना प्रमुख ने कहा कि संविधान के प्रति निष्ठा हर वक्त हमारा मार्गदर्शन करेगा. संविधान में निहित न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व की भावना हमें मार्गदर्शन करता रहेगा. प्रशिक्षण का फोकस भविष्य के युद्धों के लिए सेना को तैयार करने पर होगा जो नेटवर्क केंद्रित और जटिल होगा. उन्होंने कहा कि प्रमुख रक्षा अध्यक्ष पद का गठन तीनों सेवाओं के बीच एकीकरण की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम है. चीन द्वारा सीमावर्ती क्षेत्र में किये जा रहे सैन्य बुनियादी ढांचे के विस्तार को लेकर सेना प्रमुख नरवणे ने कहा हम उत्तरी सीमा पर उभरी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार हैं.