जम्मू कश्मीर में राष्ट्रपति शासन की अवधि को बढ़ाने और जम्मू कश्मीर के संविधान के अनुच्छेद 5 और 9 के तहत आरक्षण के प्रावधान में संशोधन के प्रस्ताव पर लोकसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा कि देश में आतंकवाद की समस्या है वो पड़ोस के देश से आती है. कश्मीर का आतंकवाद पाक प्रेरित आतंकवाद है. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर की आवाम को हम अपना मानते हैं, उन्हें अपने गले लगाना चाहते हैं. कश्मीरियत की हमारी पहल में कोई बदलाव नहीं आया है. चर्चा में कुछ विपक्षी सदस्यों ने सरकार से सवाल किया था कि जब जम्मू कश्मीर में शांतिपूर्ण लोकसभा चुनाव करवाये जा सकते हैं तो वहां विधानसभा चुनाव क्यों नहीं करवाए जाते. सदस्यों के इन सवालों का जवाब देते हुए शाह ने कह कि हम इंसानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत की नीति पर चल रहे हैं. जहां तक जम्हूरियत की बात है तो जब चुनाव आयोग कहेगा तो तब शांति पूर्ण तरीके से चुनाव कराए जाएंगे. (वीडियो सौजन्य- लोकसभा टीवी)